हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित उनके घर में हत्या के एक दिन बाद उनके बेटे शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच की मांग की है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी ने कहा- “हम केस की एनआईए से जांच चाहते हैं। हमें किसी के ऊपर विश्वास नहीं है। मेरे पिता को सुरक्षा गार्ड होने के बावजूद उनके हत्या की गई है। ऐसे में हम कैसे प्रशासन पर विश्वास करें?”
गौरतलब है कि हिन्दू समाज पार्टी नेता कमलेश तिवारी के ऊपर उस वक्त हमला किया गया जब वे लखनऊ के खुर्शीद बाग इलाके में अपने घर के अंदर बने ऑफिस में थे।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में मिला अहम सुराग
हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश सूरत में ही रची गई थी। लखनऊ के खुर्शेदबाग में इस साजिश में छह लोगों ने अंजाम दिया। इनमें मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और रशीद अहमद पठान को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो शूटरों की पहचान नहीं हो सकी है। उनके संबंध में पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने शनिवार सुबह हत्याकांड का खुलासा करते हुए दावा किया कि यह हत्या कमलेश के वर्ष 2015 में दिए गए भड़काऊ बयान और प्रखर हिन्दूवादी सोच की वजह से की गई है। कई अन्य बिन्दुओं पर अभी पड़ताल की जा रही है। डीजीपी ने बताया कि घटनास्थल पर बरामद मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले।
गिरफ्तार तीनों आरोपी सूरत के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 21 से 25 वर्ष के बीच है। इनमें मोहसिन शेख साड़ी की दुकान पर और फैजान जूते की दुकान पर काम करता है। रशीद दर्जी का काम करता है और कंप्यूटर का अच्छा जानकार है। डीजीपी ने बताया कि इन तीनों ने हत्या की साजिश रची थी।