चंडीगढ़। कांग्रेस ने आज पेश किए गए केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए इसे एक ऐसा बजट बताया है, जो वादे तो बढ़ा चढ़ा कर करता है परन्तु वास्तव में मध्यम वर्गीय और ग़रीब जनता की जेबें भारी भरकम टैक्सों के माध्यम से ख़ाली करने का काम करता है।
केंद्रीय बजट के प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि यह मध्यम वर्ग के लिए एक बेहद निराशा जनक बजट है, क्योंकि मोदी सरकार जानबूझकर मध्यम वर्ग के ऊपर भारतीय वित्तीय ढांचे में अब तक मौजूद सामाजिक सुरक्षा की छतरी को हटाने का प्रयास कर रही है। सरकार विभिन्न बचत योजनाओं पर कर छूट को खत्म करने की लगातार कोशिश कर रही है, जो नौकरी पेशा, मध्यम और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
बजट में पेट्रोल, डीजल और उर्वरकों पर लगाए जा रहे कर की ऊंची दरों में कोई छूट नहीं दी गई है। देश आवश्यक वस्तुओं पर लगने वाले करों में कटौती की लगातार मांग कर रहा है। लेकिन, इस संबंध में वित्तमन्त्री ने कोई कदम नहीं उठाया है। इसके अलावा आयकर से छूट देने वाली आय स्लैब में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जिससे नौकरी पेशा और मध्यम वर्ग निराश है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि कुल मिलाकर, बजट में देश में विकास को गति देने और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए पर्याप्त प्रावधान नहीं किए गए हैं। इसलिए यह बजट जनता की आशाओं एवं आकांक्षाओं को बिल्कुल पूरा नहीं करता।