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शिवसेना नेता की हाथापाई का शिकार महिला ट्रैफिक पुलिस कर्मी का किया सम्मान- 'मपोसे 83 बैच' की सराहनीय पहल
Monday, February 29, 2016 8:07:40 PM - By न्यूज़ डेस्क

महिला ट्रैफिक पुलिस कर्मी सीमा अमोल काले को सम्मानित करती 'मपोसे 83 बैच' मित्र मंडली
महाराष्ट्र पुलिस सेवा का 1983 बैच कई कारणों से हमेशा ही चर्चा में रहा है। खासकर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में कई अधिकारी इसी बैच की देन रहे हैं। इस चर्चित बैच के अधिकांश अधिकारी अब भी न केवल एक दुसरे के संपर्क में रहते हैं बल्कि एक दुसरे के सुख दुःख में भी शामिल होते रहते हैं। आड़े वक़्त में एक दुसरे के लिए सहयोग की इस बैच की भावनाओं की तो पुलिस विभाग में मिसाल दी जाती है।कुछ विवाद भी रहे हैं पर वक़्त ने उनपर भी अब पानी डाल दिया है।

यह चर्चित बैच अपनी एक नई पहल के कारण एक बार फिर चर्चा में है। पिछले दिनों ठाणे के एक शिवसेना नेता की बीच सड़क गुंडागर्दी का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमे शिवसेना नेता एक महिला ट्रैफिक पुलिस को ताबड़तोड़ थप्पड़ मार रहा है। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर आरोपी नेता गिरफ्तार कर लिया था। उधर महिला ट्रैफिक पुलिस के मुंह और नाक से खून आने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इस घटना से विचलित इस बैच के कई अधिकारियों व सेवानिवृत्त हो चुके मित्रों ने एक दुसरे से संपर्क कर उस महिला पुलिस कर्मी के समर्थन में उतरने का मन बनाया। बजाए किसी का विरोध करने के उन्होंने तय किया कि घटना के बाद से अवसाद झेल रही उस महिला पुलिस कर्मी का हौसला बढ़ाया जाए। आनन फानन में अपने संबंधों, संपर्कों के सहारे स्थानीय ट्रैफिक पुलिस के बड़े अधिकारीयों की मूक सहमति लेकर आज इस बैच के कुछ कार्यरत और कुछ सेवानिवृत्त अधिकारी ठाणे ट्रैफिक डीसीपी कार्यालय पहुंचे और उस बहादुर महिला पुलिस कर्मी को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया।

महिला ट्रैफिक पुलिस कर्मी सीमा अमोल काले के चेहरे पर अब अवसाद के बजाए आनंद की मुस्कुराहट थी। और इस मुस्कुराहट को दुबारा लाने का काम किया है 'मपोसे 83 बैच' ने। इस हौसला अफ़ज़ाई से अन्य पुलिस कर्मियों को भी कर्तव्य निभाते वक़्त किसी प्रकार की हिचक नहीं होगी।

आपको बता दें, आरोपी नेता की पहचान शशिकांत गणपत कालगुडे के रूप में हुई है जो ठाणे के धर्मवीर नगर के शिवसेना प्रमुख है। पुलिस ने बताया कि सड़क पर गुरुवार की दोपहर सड़क पर गाड़ी चलाते वक्‍त शशिकांत गणपत कालगुडे मोबाइल पर बात कर रहा था। ड्यूटी पर तैनात महिला ट्रैफिक पुलिस कर्मी सीमा अमोल काले ने ऐसा देख उसे रोका। वो जैसे ही कालगुडे के पास पहुंची उसने उनपर हाथ उठा दिया। कालगुडे माफी मांगने के बजाए ट्रैफिक पुलिस को कई थप्‍पड़ मारे। सीमा अमोल काले ने अपना बचाव करने की बहुत कोशिश की, पर उसकी एक नहीं चली।

इस मामले की रिकॉर्डिंग पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई जो वायरल हो गई। इस मामले के बाद इस महिला पुलिसकर्मी ने शशिकांत के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद शशिकांत कालगुडे का ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा के लिए आरटीओ विभाग ने रद्द कर दिया है।