Friday, April 19, 2024

न्यूज़ अलर्ट
1) मल्टी टैलेंटेड स्टार : पंकज रैना .... 2) राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होंगे अखिलेश, खरगे की तरफ से मिले निमंत्रण को स्वीकारा.... 3) 8 फरवरी को मतदान के दिन इंटरनेट सेवा निलंबित कर सकती है पाक सरकार.... 4) तरुण छाबड़ा को नोकिया इंडिया का नया प्रमुख नियुक्त किया गया.... 5) बिल गेट्स को पछाड़ जुकरबर्ग बने दुनिया के चौथे सबसे अमीर इंसान.... 6) नकदी संकट के बीच बायजू ने फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी के साथ सस्पेंड की डील.... 7) विवादों में फंसी फाइटर, विंग कमांडर ने भेजा नोटिस....
जापान ने कैसे दी कोरोना को मात
Sunday, March 22, 2020 2:51:04 PM - By पुरुषोत्तम कनौजिया

मास्क में जापानी लोग

कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा बुजुर्ग लोगों की मृत्यु हो रही है । ऐसे में दुनिया में सबसे ज्यादा बुजुर्गों की आबादी वाले देश जापान ने इस वायरस को हराने में कामयाबी प्राप्त की है। जापान में इस वक्त 26 प्रतिशत जनता की औसत आयु 65 वर्ष है । उसके बावजूद सिर्फ 900 लोग संक्रमित पाए गए हैं जबकि यह वायरस जापान के पड़ोसी देश चीन से विश्व के कई देशों में कहर मचा रहा है। दूसरे पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया में सैकड़ों लोगों की जान का चुकी है।

जापान पर आरोप

जापान के बारे में लोग कह रहे है कि वहां पर टेस्ट कम हुए हैं । इसलिए अब तक कम नमूने सामने आए है। जापान में अब तक 16000 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है । जिसमें 900 लोगों का परिणाम सकारात्मक आया है। पर एक पक्ष ये भी है कि वहां सांस की बीमारी या फिर बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या कम है । अस्पतालों में भीड़ जैसी स्थिति नहीं है ।इसलिए ऐसा कहना कि वहां बहुत सारे लोगों को वायरस है और सरकार उन्हें छिपा रही है गलत होगा ।

जापान सरकार के कदम

जापान सरकार ने चीन और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर काम किया । जिसकी वजह से उसे समय पर सब जानकारियां मिलती रही इसलिए उसने समय पर जरूरी कदम उठाए । चीन के अलावा उसने कई देशों से ट्रैवेल बैन कर दिया । जिससे विदेश से आने वाले लोगों में तत्काल प्रभाव से कमी आई । जापान की आबादी कम है । जिसकी वजह से वहां लोगों में जागरूकता फैलाना भी आसान है । सभी लोग पढ़े लिखे हैं ,उन्हें खुद की देखभाल करना आता है ।
सबसे महत्वपूर्ण बातें जिसने जापान को बचाया
सामाजिक दूरी वहां की संस्कृति में ही शामिल है । जापान में अभिवादन करने के लिए न तो हाथ मिलाते है और न ही गले मिलते हैं । इसकी जगह पर वो जापनी बाऊ का इस्तेमाल करते हैं । जिसमें वो एक दूसरे के सामने सर झुकाकर अभिवादन करते हैं। जब सन 2000 में सार्स वायरस फैला था उस वक्त जापान में हजारों लोगों की जान चली गई थी । जिसके बाद वहां के लोगों में हाथ धोने की आदत ने जन्म ले लिया जो अभी तक कायम है। जापान में सामान्य दिनों में भी 3 से 4 प्रतिशत जनता मास्क का इस्तेमाल करती है । जैसे ही वहां खबर फैलती है कि कोई वायरस फैला है वहां के लगभग सभी लोग मास्क पहनने लगते हैं। जापान के लोगों की इन्ही आदतों के कारण वायरस जापान में गया तो था लेकिन वो अपने पैर नहीं पसार पाया ।
भारत को इससे क्या सीख मिलती है
भारत को जापान कि जनता से सीख लेते हुए हाथ धोने और मास्क लगने की परंपरा का पालन करना शुरू कर देना चाहिए । भारत की जनता चाहे तो वो अभिवादन के लिए अपने पुराने तरीके हाथ जोड़कर नमस्ते करने कि आदत डाल सकती है। जिससे सामाजिक दूरी कायम रहेगी। भारत के लोग मास्क लगाना भले ही न पसंद करते हो लेकिन भारत में गमछा डालने की परंपरा रही है ।यदि गमछा डालने लगे और आवश्यकता पड़ने पर उसे मास्क के रूप में उपयोग में ला सकते हैं। भारत की महिलाएं साड़ी पहनती हैं और लड़कियां दुपट्टा डालती है । इसलिए यदि उसका सही उपयोग शुरू कर दे तो हम इस तरह के आने वाले वायरस से बच सकते हैं।