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आर्मेनिया को हथियार बेंचेगा भारत, तुर्की को लगी मिर्ची
Monday, March 2, 2020 11:41:45 AM - By पुरुषोत्तम कनौजिया

रडार सिस्टम

भारत आर्मेनिया को स्वाति रडार का निर्यात करेगा । जो की एक वेपन लोकेटिंग रडार सिस्टम है। भारत को यह डील रूस और पोलैंड जैसे देशों को पछाड़कर मिली है। स्वाति रडार सिस्टम दुश्मन के हथियारों का पता लगाता है। इसके माध्यम से पता चल जाता है कि दुश्मन ने कहा से वार किया है और जगह की जानकारी होने के एक मिनट कर अंदर ही दुश्मन को तहस नहस किया जा सकता है। स्वाति की रेंज आर्टिलरी के लिए 2-30 किलोमीटर है, तो रॉकेट के लिए 5 किलोमीटर है। इसकी इसी क्षमता को ध्यान में रखते हुए आर्मेनिया ने इसे खरीदने का निर्णय लिया है।
भारत एकमात्र ऐसा देश है जो स्वाति रडार सिस्टम का उपयोग करता है। अब आर्मेनिया दूसरा देश होगा जो इस सिस्टम का उपयोग करेगा । भारत इसे पाकिस्तान की सीमा पर उपयोग करता आया है । जिसके परिणाम काफी अच्छे निकले हैं। स्वाति का ही कमाल है कि कई बार भारतीय सैनिक पाकिस्तान की उन चौकियों को निशाना बनाने में सफल रहते हैं।जिन चौकियों से पाकिस्तान भारतीय क्षेत्र में हमला करता है।
तुर्की को मिर्ची लगी
भारत के इस फैसले के बाद तुर्की काफी नाराज है क्योंकि तुर्की और आर्मेनिया दोनों एक दूसरे के दुश्मन है। ऐसे में भारत का आर्मीनिया को हथियार बेंचना तुर्की के लिए किसी झटके से कम नहीं है। बता दे कि ऑटोमन अंपायर के समय तुर्की और आर्मेनिया दोनों एक देश हुआ करते थे । उस वक्त तुर्की पर आर्मेनिया में बड़े पैमाने पर आम नागरिकों की हत्या का आरोप है। उसी को लेकर आज तक आर्मेनिया और तुर्की के बीच तनाव बना हुआ है। सैनिकों और हथियारों के मामले में आर्मेनिया तुर्की के सामने कहीं नहीं टिकता है। उसके बावजूद तुर्की की कोशिश रहती है कि आर्मेनिया को कोई भी देश हथियार न दे । तुर्की की उसी दुश्मनी को मध्यनजर रखते हुए भारत ने आर्मेनिया से दोस्ती का हाथ बढ़ाया और हथियार भी बेंच दिया।
पिछले कई सालों से तुर्की भारत के खिलाफ हर जगह जहर उगलता रहा है। जिसका मुकाबला करने के लिए भारत ने तुर्की के दो पड़ोसी देशों ,साइप्रस और आर्मेनिया की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। अब तुर्की के बकवास का जवाब भारत अपनी कूटनीति से दे रहा है।